पूज्यपाद श्री स्वामी सत्यानन्द जी महाराज की महान व पवित्र जीवनी का अविरल स्त्रोत- ‘भक्ति-प्रकाश’
07th Jun 2025
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पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज का हृदय है- ‘कथा प्रकाश’
17th May 2025पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज का हृदय है- ‘कथा प्रकाश’

भक्ति-प्रकाश में कथा प्रकाश का पाठ ऐसे ही होना चाहिए जैसे गीता जी का पाठ। इसमें जल्दबाज़ी न कीजिएगा। यूँ कहूँगा कि पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज का हृदय है- कथा प्रकाश। इसका पाठ यहाँ (श्री राम शरणम् में) हो, घर में हो, कहीं भी हो, ऐसे हो जैसे गीता जी का पाठ किया जाता है। उसी श्रद्धा से, उसी प्रेम से, उसी विश्वास से, उसी भावना से कि कथा प्रकाश के माध्यम से पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज अपना हृदय हम सबके प्रति उँडेल रहे हैं। दृष्टांतों के माध्यम से जो बात समझ आती है वह बड़े-बड़े ग्रन्थों के पढ़ने से भी नहीं आती।
पूज्यपाद श्री स्वामी जी ने कितनी सुन्दर मनोमोहक शैली अपनाई है ! जो चीज़ वे समझाना चाहते हैं, उसको दृष्टांतों तथा उदाहरणों द्वारा पुष्टि दी है, बल दिया है। सदाचार समझाना चाहते हैं, आलोचना समझाना चाहते हैं तो दृष्टांत दिए हैं, जीवन्त उदाहरणें दी हैं। ये मनगढ़ंत दृष्टांत तथा उदाहरणें नहीं हैं। कोई पॉकेट बुक जैसी stories लिखते हैं, ऐसी stories नहीं हैं अपितु पूज्यश्री स्वामी जी महाराज के आत्म-अनुभूत तथा आँखों देखे दृष्टांत हैं। अतः इनमें पूज्यपाद स्वामी जी महाराज का बल है, संतों-महात्माओं का बल है। अतएव इसे जल्दबाज़ी से न पढ़ा कीजियेगा।
कथा प्रकाश खण्ड की एक कथा में अमृतसर के राम-बाग में सत्संग लगाने वाले संन्यासी के रूप में हमारा मन बलात् पूज्यपाद स्वामी जी महाराज की दिव्य मूर्ति का ही स्मरण करने लगता है।
सीखने की दृष्टि से, स्वाध्याय की दृष्टि से तथा अपने जीवन में उतारने, बसाने की दृष्टि से कथा-प्रकाश को छोटा मत समझिएगा। अतएव यह एक नियमित अंग बन जाना चाहिए कि इसका पाठ करते हुए हम एक-एक शब्द, एक-एक पंक्ति ऐसे पढ़ें कि आज हमने कौन-सी पंक्ति अपने जीवन में उतारनी है। देवियो और सज्जनो ! तो फिर देखियेगा, जीवन कुछ ही दिनों में दिव्य बन जाएगा। धन्यवाद। – पूज्यश्री (डॉ.) विश्वामित्र जी महाराज
सज्जन ऐसे शिरोमणि, लिख गये सच्चे ग्रन्थ । उन के पाठ विचार से, मिलता उत्तम पन्थ ।।
40 दिवसीय विशेष स्वाध्याय-यज्ञ
श्री माधव सत्संग आश्रम, श्रीरामशरणम्, ग्वालियर में, 1 जून से 10 जुलाई, 2025 (व्यास-पूर्णिमा) तक 40 दिवसीय विशेष स्वाध्याय-यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में हमें 40 दिन तक प्रतिदिन पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज द्वारा विरचित भक्ति-प्रकाश में कथा-प्रकाश खण्ड का (5-6 पेज प्रतिदिन) स्वाध्याय करना है।
- यह पाठ हमें घर में रहकर ही करना है।
- हम अपनी सुविधानुसार तथा समयानुसार स्वाध्याय हेतु अपनी पृष्ठ संख्या कम/अधिक कर सकते हैं।
- हम साधकों को 40 दिनों में सम्पूर्ण कथा-प्रकाश खण्ड का स्वाध्याय पूर्ण करना है।
- इस विशेष स्वाध्याय-यज्ञ में सम्मिलित होने वाले इच्छुक स्थानीय साधकजन आश्रम में अपने नाम लिखवा सकते हैं।
- ग्वालियर के बाहर से सम्मिलित होने वाले साधकजन मोबाइल/वाट्सएप के माध्यम से भी नाम लिखवा सकते हैं।
सम्पर्क सूत्र : 9827670634, 8989476802, 9425795055
प्रेषक : श्रीराम शरणम्, रामसेवक संघ-ग्वालियर