ध्यान का महत्व
26th Apr 2025
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जप-यज्ञ (घर में रहते हुए 21 दिवसीय राम-नाम जप-यज्ञ का आयोजन) [9 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2024 तक ]
10th Aug 2024॥ श्रीराम ॥
जप-यज्ञ
(घर में रहते हुए 21 दिवसीय राम-नाम जप-यज्ञ का आयोजन)
[9 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2024 तक ]
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भगवान् श्रीकृष्ण गीता जी में कहते हैं- मैं यज्ञों में जप-यज्ञ हूँ। अर्थात् परमेश्वर श्रीराम स्वयं जप-यज्ञ का रूप धारण कर जगत के कल्याण हेतु पधारते हैं।
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`जप-यज्ञ सबसे ऊँचा है। हवन से बैखरी जप दस गुना अच्छा है। उपांशु जप सौ गुना अधिक फलदायक है। मानसिक जप हजार गुना श्रेष्ठ है। जप-यज्ञ से साक्षात् भगवान को आव्हान किया जाता है।’ – श्रीस्वामी जी महाराज (प्रवचन पीयूष)
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जीवन में बहुत बड़ी विभूति होती है, दैवी-सम्पदा कही जाती है- यज्ञ। विभूति योग में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं को जप-यज्ञ कहा है। श्रेष्ठतम् यज्ञ है-जप-यज्ञ। ऐसे जप-यज्ञ में सम्मिलित होने का सौभाग्य केवल परमेश्वर की कृपा से प्राप्त होता है। ऐसा यज्ञ साधन-साध्य नहीं, कृपा-साध्य है।
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पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज का कथन है-‘तुम तो केवल राम-नाम के जाप की चिन्ता करो। बाकी सारे काम तो यह मंत्र स्वयं ही कर देगा।’ इस 21 दिवसीय जप-यज्ञ में सम्मिलित होने का सुअवसर भी इसलिए है कि हम राम-नाम के मंत्र की शक्ति का महत्व समझ सकें, राम-नाम की तीव्रता को जाँच सकें तथा जीवन में राम-नाम के बल को पुनः स्थापित कर सकें।
जप-यज्ञ में भाग लेने की विधि
■ राम सेवक संघ, श्रीरामशरणम्, ग्वालियर द्वारा इस वर्ष 21 दिवसीय जप-यज्ञ का आयोजन 9 सितम्बर से 29 सितम्बर तक किया जा रहा है। इस जप यज्ञ में राम सेवक संघ द्वारा 11 करोड़ राम-नाम की संख्या का संकल्प लिया गया है।
■ इस यज्ञ में आपको घरों में रहते हुए निश्चित संख्या का संकल्प लेकर नाम-जाप करना है।
■ राम-नाम जप की संख्या स्वयं नियत करनी है। उपासक का आन्तरिक जीवन में पूज्यपाद श्रीस्वामी जी महाराज का कथन है ‘प्रतिदिन दस सहस्त्र (हजार) से कुछ अधिक नाम-जाप की संख्या तो अवश्य होनी चाहिये।’ अतः प्रतिदिन कम से कम 11 हजार नाम-जाप की संख्या निश्चित कीजियेगा।
■ आपको प्रतिदिन अपने जाप की संख्या नोट करनी है तथा 21 दिन के पश्चात् कुल संख्या आश्रम में अथवा फोन (Whatsapp) से नोट करवानी है।
जप-यज्ञ में सम्मिलित होने के इच्छुक साधकजन रविवारीय सत्संग तथा दैनिक सत्संग में अपने नाम लिखवा सकते हैं। ग्वालियर के बाहर से इच्छुक साधकजन अपने नाम फोन (Whatsapp) द्वारा नीचे दिये गए फोन नम्बरों में से किसी एक नम्बर पर नोट करा सकते हैं। इस जप-यज्ञ में सभी क्षेत्र के साधक-साधिकाएँ भाग ले सकते हैं।
■ दिये गये फॉर्म में प्रतिदिन अपनी जाप की संख्या नोट करनी है तथा 21 दिनों के पश्चात् यह फॉर्म आश्रम में अथवा फोन (Whatsapp) द्वारा भेजना है जिससे कि जाप की कुल संख्या ज्ञात हो सके।

सम्पर्क सूत्र- श्री सुरेश केलवानी -98276 70634, श्री आर.पी. सिंह -94257 75065, श्री राम किशोर दूदावत – 9425101691, श्रीमति वन्दना गुप्ता -89894 76802
प्रेषक : श्रीराम शरणम् रामसेवक संघ, ग्वालियर
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