ध्यान का महत्व
26th Apr 2025
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साधना-सत्संग, ग्वालियर (24 से 27 नवम्बर, 2023 )
02nd Dec 2023
साधना – सत्संग
(24 से 27 नवम्बर, 2023 )
शुभ संगति ही गंग है, ज्ञान अभंग तरंग | भक्ति-भाव भागीरथी, विमल करे सब अंग ।।
श्री माधव सत्संग आश्रम ( श्रीरामशरणम् ) ग्वालियर में आयोजित साधना – सत्संग (24 से 27 नवम्बर, 2023 ) में सम्मिलित होने का शुभ अवसर तीर्थ परसने के समान है। यह साधना- सत्संग त्रिवेणी संगम सा प्रतीत हुआ, जहाँ तीनों धाराओं का योग है।
- अध्यात्म ज्ञान की गंगा- पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज की विशुद्ध साधना पद्धति पर (डॉ.) श्री उमाशंकर पचौरी जी द्वारा दिये गए व्याख्यान में अध्यात्म ज्ञान की गंगा प्रवाहित हुई । इसी प्रकार (डॉ.) सुश्री ज्योत्सना दीदी ने नये साधकों के आध्यात्मिक प्रश्नों का समाधान किया तथा आध्यात्मिक उन्नति हेतु सभी का मार्गदर्शन किया।
- कर्मयोगियों की यमुना- निष्काम भाव से कर्म करते हुए सेवक साधकों को यमुना नदी के प्रवाह की भाँति क्रियाशील देखा । A stream of Karmayogi Sadhaks, doing their respective duties, in a flow. बिना रुके, बिना थमे, बिना थके !
- भक्तिमय स्वरों की माँ सरस्वती- माँ – सरस्वती जैसे कंठ में विराजित हो, ऐसे भक्ति- भावना से भरे भजन गाकर साधकों ने परमात्मा को रिझाया। इस बार साधना – सत्संग में मुख्य आकर्षण पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज द्वारा रचित भजन एवं ध्वनि संग्रह से भजनों का गाया जाना ही था ।
तीनों पूजनीय गुरुजनों का सानिध्य, भक्ति- कर्म- ज्ञान का समन्वय, गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम की भाँति साधना – सत्संग, ग्वालियर साधकों को आत्म कल्याण की ओर ले जाने वाला तीर्थ धाम बना ।
साधना – सत्संग की समाप्ति पर सभी साधकों के मुखमंडल पर एक ही भाव झलक रहे थे कि आदरणीय अंकल जी आज बहुत प्रसन्न हुए होंगे। जैसे उन्होंने हमें सिखाया तथा सिधाया, में आज उसी पूर्ण नियम, अनुशासन में सुचारू रूप से सभी कार्यक्रम सम्पन्न हुए ।
शुभ संगति सुख स्रोत है, सुधा नाम है राम । जप पूजन चिंतन कथन, मन को दे विश्राम ।।
– एक साधक